
Manan Ashram - an abode of peace, bliss and love.!
मनुष्य जीवन की जन्म-सिद्ध ‘संभावना’ और बुनियादी ‘लक्ष्य’ मोक्ष है, जिसे निर्वाण या कैवल्य भी कहा गया है। हर इंसान को जीवन में इस अंतिम सत्य का ज्ञान प्राप्त हो तथा उसे जीवन की इस ‘उच्चतम’ और ‘मूल’ अवस्था का अनुभव हो इसलिए बनाई गई व्यवस्था का नाम है - मनन आश्रम..!
मनन आश्रम ‘तेजज्ञान फाउंडेशन’ का मुख्यालय (हेड-क्वार्टर) है, जो पुणे शहर के पश्चिम में निसर्गरम्य पहाड़ियों के बीच बसा है। सरश्री जी द्वारा उद्घोषत “महानिर्वाण निर्माण” इस पंक्ति का ‘MaNaN - मनन’ यह शब्द संक्षिप्त प्रारूप है।
आध्यात्मिक ज्ञान का जीवन में बोध होने के लिए मनन महत्वपूर्ण है। मनन आश्रम एक ऐसा निश्चित स्थान है, मौन का एक ऐसा श्रद्धा स्थान है, जहां पर सत्य का हर खोजी, थका भागा हर संसारी, दुखी दर्दी हर रोगी - निसंकोच विश्राम कर सकता है, निर्भय होकर तनाव मुक्त हो सकता है, परम सत्य का अनुभव कर सकता है और प्रेम-आनंद-मौन की अनुभूति भी कर सकता है।
मनन आश्रम तेज ज्ञान प्राप्ति का ‘स्व’ की अनुभूति का सबके लिए खुला तीर्थ स्थान है। मनन आश्रम में इंसान के सर्वांगीण विकास हेतु कई बहुआयामी प्रकल्प परियोजनाओं एवं विभागों का निर्माण हो रहा है।
मनन आश्रम का निर्माण ‘तेजज्ञान फाउंडेशन’ इस पुणे स्थित सेवाभावी आध्यात्मिक संस्था द्वारा हो रहा है। इस संस्था की स्थापना खुद सरश्री जी द्वारा हुई है। यह संस्था तेज ज्ञान और कुदरत को समर्पित साधकों द्वारा चलाई जाती है। ‘उच्चतम विकसित समाज का निर्माण करना’ यह इस संस्था का मुख्य लक्ष्य है।
हर इंसान की शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक सफलता तथा संतुलित उन्नति उसके आध्यात्मिक विकास पर निर्भर होती है, इसलिए तेज गुरु सरश्री जी की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तथा हर इंसान की संपूर्ण संभावनाओं को खोलने के लिए, मनन आश्रम में कई सारे कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इसलिए हर आध्यात्मिक साधक ने, हर स्पिरिचुअल सीकर ने एक बार तो ‘मनन आश्रम’ जरूर विजिट करना चाहिए और तेजज्ञान के विविध कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिए।